सुपर कंप्यूटर.(Super Computer
महासंगणक (supercomputer) उन संगणकों को कहा जाता है जो वर्तमान समय में गणना-शक्ति तथा कुछ अन्य मामलों में सबसे आगे होते हैं। ... सुपर कंप्यूटर एक सेकंड में एक अरब गणनाएं कर सकता है। इसकी गति को मेगा फ्लॉप से नापते है।अत्याधुनिक तकनीकों से लैस सुपर कंप्यूटर बहुत बड़े-बड़े परिकलन और अति सूक्ष्म गणनाएं तीव्रता से कर सकता है। इसमें कई माइक्रोप्रोसेसर एक साथ काम करते हुए किसी भी जटिलतम समस्या का तुरंत हल निकाल लेते हैं। वर्तमान में उपलब्ध कंप्यूटरों में सुपर कंप्यूटर सबसे अधिक तीव्र क्षमता, दक्षता व सबसे अधिक स्मृति क्षमता वाला कंप्यूटर है। आधुनिक परिभाषा के अनुसार, वे कंप्यूटर, जो 500 मेगाफ्लॉप की क्षमता से कार्य कर सकते हैं, सुपर कंप्यूटर कहलाते है। सुपर कंप्यूटर एक सेकंड में एक अरब गणनाएं कर सकता है। इसकी गति को मेगा फ्लॉप से नापते है।महासंगणक (supercomputer) उन संगणकों को कहा जाता है जो वर्तमान समय में गणना-शक्ति तथा कुछ अन्य मामलों में सबसे आगे होते हैं। ... सुपर कंप्यूटर एक सेकंड में एक अरब गणनाएं कर सकता है। इसकी गति को मेगा फ्लॉप से नापते है।
महासंगणक (supercomputer) उन संगणकों को कहा जाता है जो वर्तमान समय में गणना-शक्ति तथा कुछ अन्य मामलों में सबसे आगे होते हैं। ... सुपर कंप्यूटर एक सेकंड में एक अरब गणनाएं कर सकता है। इसकी गति को मेगा फ्लॉप से नापते है।अत्याधुनिक तकनीकों से लैस सुपर कंप्यूटर बहुत बड़े-बड़े परिकलन और अति सूक्ष्म गणनाएं तीव्रता से कर सकता है। इसमें कई माइक्रोप्रोसेसर एक साथ काम करते हुए किसी भी जटिलतम समस्या का तुरंत हल निकाल लेते हैं। वर्तमान में उपलब्ध कंप्यूटरों में सुपर कंप्यूटर सबसे अधिक तीव्र क्षमता, दक्षता व सबसे अधिक स्मृति क्षमता वाला कंप्यूटर है। आधुनिक परिभाषा के अनुसार, वे कंप्यूटर, जो 500 मेगाफ्लॉप की क्षमता से कार्य कर सकते हैं, सुपर कंप्यूटर कहलाते है। सुपर कंप्यूटर एक सेकंड में एक अरब गणनाएं कर सकता है। इसकी गति को मेगा फ्लॉप से नापते है।महासंगणक (supercomputer) उन संगणकों को कहा जाता है जो वर्तमान समय में गणना-शक्ति तथा कुछ अन्य मामलों में सबसे आगे होते हैं। ... सुपर कंप्यूटर एक सेकंड में एक अरब गणनाएं कर सकता है। इसकी गति को मेगा फ्लॉप से नापते है।
यह कंप्यूटर अत्यधिक क्षमता वाला होता है इनका आकार काफी बड़ा होता है
विश्व का प्रथम सुपर कंप्यूटर फ् क्रे K S था ।
जो 1979 इस्वी मे बनकर तैयार हुआ।
इसे अमेरिका के क्रय के रिसर्च कंपनी ने बनाया था ।
* भारत का पहला सुपर कंप्यूटर परम 10000 है।
अत्यधिक तीव्र प्रोसेसिंग शक्ति और विशाल भंडारण क्षमता मेमोरी वाले कंप्यूटर सुपर कंप्यूटर चलाते हैं सुपर कंप्यूटर का निर्माण उच्च क्षमता वाले हजारों प्रोसेसर को एक साथ समांतर क्रम में जोड़कर किया जाता है इसे मल्टिप्रोसेसिंग और समांतर प्रोसेसिंग का उपयोग किया जाता है समांतर प्रोसेसिंग में किसी कार्य को अलग-अलग टुकड़ों में तोड़ कर उसे अलग-अलग प्रोसेसर द्वारा संपन्न कराया जाता है सुपर कंप्यूटर पर अनेक उपयोगकर्ता एक साथ काम कर सकते हैं अतः इसे मल्टीयूजर कंप्यूटर कहा जाता है।
सुपर कंप्यूटर के प्रोसेसिंग स्पीड की गणना FLOPS ( floating point operation per second) मैं की जाती है ।
यह फ्लोटिंग प्वाइंट का तात्पर्य कंप्यूटर द्वारा संपन्न किए गए किसी भी कार्य से है जिसमें विभिन्न शाखाएं भी सामिल हो।
वर्तमान सुपर कंप्यूटर की गति पेटा फ्लैप Penta Flaps
मे मापी जाती है
1 peta flaps-10'15 Flaps
विश्व के प्रथम सुपर कंप्यूटर के निर्माण का श्रेय अमेरिका के रिसर्च कंपनी (Cray Research Company)
को जाता है जिसकी स्थापना Seymour Cray ने की थी।
सुपर कंप्यूटर के क्षेत्र में सर्वाधिक योगदान सी Seymour Cray को सुपर कंप्यूटर का जन्मदाता Father of Super Computer कहा जाता है।
उपयोग:— सुपर कंप्यूटर का उपयोग अनेक क्षेत्रों में किया जाता है जैसे वैज्ञानिक और तकनीकी क्षेत्र में अनुसंधान और डिजाइन के लिए पेट्रोलियम उद्योग में तेल के भंडारों का पता लगाने के लिए हवाई वाहन और ऑटोमोबाइल उद्योग में डिजाइन तैयार करने में अंतरिक्ष अनुसंधान में मौसम विज्ञान में मौसम का पूर्व अनुमान लगाने में रक्षा क्षेत्र में कंप्यूटर पर परमाणु भर्तियों के सफल परीक्षण करने में आदि।
कम्प्यूटरों और उच्च-निष्पादन अभिकलन (हाई परफॉर्मैन्स कम्प्यूटिंग) का उपयोग मुख्यतः
विश्वविद्यालयों, सैनिक व वैज्ञानिक अनुसन्धान प्रयोगशालाओं में किया जाता है। इसका उपयोग खासकर ऐसे क्षेत्रों में किया जाता है, जिनमें कुछ ही क्षणों में बड़े पैमाने पर गणनाएं करने की जरूरत पड़ती है। ऐतिहासिक रूप से इसका उपयोग मौसम की भविष्यवाणी करने, वायुगतिक गणनाएँ तथा परमाणु अस्त्रों के सिमुलेशन करने आदि के लिये किया जाता रहा है। आजकल इसका उपयोग उन क्षेत्रों में होता है जिनमें बहुत अधिक गणना करनी होती है या बहुत भारी मात्रा में आंकड़ों का प्रसंस्करण करना होता है, जैसे
उच्च निष्पादन के कुछ प्रमुख उपयोग-क्षेत्र
खगोलिकी तथा ब्रह्माण्डविद्या (कॉस्मोलोजी)
अभिकलनात्मक रसायन (Computational chemistry)
अभिकलनात्मक इंजीनियरी ( Computational engineering) -- finite element modeling, fluid dynamics, multi-physics, and complex systems such as large buildings, bridges, and other structures. Generative design आदि
अभिकलनात्मक तरलगतिकी (Computational fluid dynamics)
संघनित द्रव्य भौतिकी (Condensed matter physics)
भूविज्ञान तथा मौसम विज्ञान
जीवन विज्ञान (Life science)
उच्च ऊर्जा भौतिकी तथा कण भौतिकी (Particle physics)
प्लाज्मा भौतिकी (Plasma physics)
जटिल वित्तीय या आर्थिक मॉडल[2]
आण्विक, गुणसूत्रीय (जेनेटिक) और रासायनिक मॉडल (protein folding, molecular dynamics, genomic analysis, और अनेकानेक प्रकार की जटिल रासायनिक अभिक्रियाएँ) । विश्व के बहुत से विशाल सुपर-कम्प्युटर बड़ी-बड़ी औषधि-कम्पनियों ने लगा रखे हैं।
मशीन लर्निंग और बृहद-आंकड़े (Machine learning and big Data/data science)
भारत ने परम सीरीज के सुपर कंप्यूटर का निर्माण C-DAC -Center for Development of Advance Computing)
पुणे द्वारा किया गया है परम 8000 सी-डैक द्वारा विकसित पहला सुपर कंप्यूटर था ।
जिसका निर्माण 1991 ईस्वी में किया गया था ।
इसके निर्माण का श्रेय सी डे के निर्देशक डॉ विजय भास्कर को जाता है परम पदम सुपर कंप्यूटर का निर्माण 2003 में किया गया जिसकी गणना क्षमता एक टेराफ़्लॉप यानी एक खरब गणना प्रति सेकंड थे परम युवा थर्ड सुपर कंप्यूटर का निर्माण 2013 में किया गया जोशी डाक द्वारा विकसित सबसे तेज सुपर कंप्यूटर है इसकी गणना क्षमता 513 फ्लॉप है इस तरह के सुपरकंप्यूटर विश्व के कुल 5 देशों जैसे है-अमेरिका जापान चीन इजराइल और भारत के पास भी उपलब्ध है!
अनुपम:— सीरीज के सुपर कंप्यूटर का विकास बार्क BARK ( Bhabha Atomic Research Centre) मुंबई द्वारा किया गया है
पेस (PACE) Processes for Aerodynamic Computation and Evaluation)
इस सीरीज के सुपर कंप्यूटर का निर्माण अनुरागANURAG- (Advanced Numerical Research and Analysis Group) हैदराबाद द्वारा डीआरडीओ DRDO ( Defense Research and Development Organization)के लिए किया गया!
भारत के प्रथम सुपर कंप्यूटर फ्लोसलोवर् (Flosalver) का विकास नाल (NAL-National Aeronautical La) बेंगलुरु द्वारा 1980 में किया गया था ।
@@रोचक तथ्य@@—
IBM के डिप् ब्लू कंप्यूटर ने सतरंग के विश्व chaipnion गेरी कस्पोराउ को पराजितक कर दिया था।
यह 1 सेकंड मे शतरंग की 20 करोड़ चले सोच सकता है।
4 टिप्पणियाँ
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