𝙒𝙝𝙖𝙩 𝙞𝙨 𝘾𝙤𝙢𝙥𝙪𝙩𝙚𝙧 𝙑𝙞𝙧𝙪𝙨 𝙞𝙣 𝙃𝙞𝙣𝙙𝙞
𝘾𝙤𝙢𝙥𝙪𝙩𝙚𝙧 𝙑𝙞𝙧𝙪𝙨 |
Virus का Full Form है Vital Information Resourse Under Siege कंप्यूटर Virus यह एक सॉफ्टवेयर Program है , जो किसी तरीके से हमारे कंप्यूटर मे प्रवेश करके कंप्यूटर के Data, File कुछ Important Data को Delete कर देता है, या data को नस्ट करता है।
कंप्यूटर वायरस एक छोटा सा प्रोग्राम है जिससे आपके कंप्यूटर के ऑपरेशन को और कंप्यूटर के डाटा को डिलीट करने या फिर हानि पहुंचाने के लिए बनाया गया है।
कंप्यूटर वायरस हमारे जानकारी के बिना एक सिस्टम को इस तरह खराब कर सकते हैं जिसे ठीक कर पाना हमारे बस की बात नहीं होती है कंप्यूटर बहुत सारे सॉफ्टवेयर प्रोग्राम से ही चलता है बिना किसी प्रोग्राम के कंप्यूटर काम नहीं कर सकता है।
Virus से कंप्यूटर की speed कम होने लगती है और hang भी बहुत होता है।
सॉफ्टवेयर प्रोग्राम कंप्यूटर को सही तरह से काम करने के लिए बनाए जाते हैं और कुछ प्रोग्राम कंप्यूटर के काम को बिगाड़ने के लिए भी बनाए जाते हैं।
कंप्यूटर का आविष्कार इंसान ने हीी किया कंप्यूटर को चलाने के लिए उसके प्रोग्राम को इंसान ने ही बनाया और जैसा कि मैंने कहा कि वायरस भी एक छोटा प्रोग्राम है उसे इंसान ही बनाया है कंप्यूटर वायरस नेचुरल नहीं है यह अपने आप से नहीं बनता इसे भी प्रोग्रामर जानबूझकर बनाते हैं ताकि वो दूसरे Computer को खराब कर सके.
Computer Virus का इतिहास
रॉबर्ट थॉमस वो सबसे पहले इंजीनियर थे जिन्होंने BBN टेक्नोलॉजी में काम करते हुए सबसे पहलेे कंप्यूटर वायरस को डेवलप किया 1971 ईस्वी में।
सबसे पहले Virus का नाम रखा गया Creeper वायरस और एक एक्सपेरिमेंटल प्रोग्राम था जिससे कि थॉमस जी ने खुद किया था.
ARPANET के Mainfram को infect करने के लिए वायरस सिस्टम को इनफेक्ट करने के बाद में निनमलिखित मैसेज स्क्रीन पर डिस्प्ले करता "I am Creeper जिसे ओरिजिनल वर्ल्ड कंप्यूटर वायरस को सबसे पहले ट्रैक किया गया था पूरे कंप्यूटर वायरस के हिस्ट्री में वह था। कंप्यूटर वायरस को बैंक के हिसाब से डिजाइन किया गया था लेकिन इससे यह मालूम पड़ता है कि मैं लीशियस प्रोग्राम को अगर कंप्यूटर के मेमोरी में इंस्टॉल कर दिया जाएगा तभी ऐसे बहुत से काम कर सकता है जो कि यूजर्स को सिस्टम चलाने से आगे रोकती सकता है और इनका इन Mailicious program के ऊपर थोड़ा भी कंट्रोल नहीं रहेगा।
इन Mailicious Program को कंप्यूटर वायरस का नाम देने वाला सबसे पहला व्यक्ति था फ्रेड कोहेन डोनेशन 1983 ईस्वी में यह नाम रखा था यह नाम तब सामने आया जब उन्होंने अपने एक एकेडमी पेपर में इन प्रोग्राम का नाम टाइटल किया था कंप्यूटर वायरस एंड एक्सपेरिमेंट जहां कि उन्होंने इन मेडिसिन प्रोग्राम के विषय में पूरी जानकारी लिखी थी जैसे कि यह कैसे काम करता है यह क्या कर सकता है इत्यादि के बारे में उन्होंने बताया था।
कंप्यूटर वायरस क्या कर सकते है
कंप्यूटर वायरस कंप्यूटर में मौजूद डाटा को करप्ट या फिर डिलीट कर सकते हैं आपके हार्ड डिक्स में स्टोर किए हुए डाटा को पूरी तरह से खत्म कर सकते हैं कंप्यूटर वायरस ईमेल अटैचमेंट के जरिए दूसरे कंप्यूटर में भी जाकर उनके कंप्यूटर को खराब कर देने लगता है वायरस आपके कंप्यूटर की स्पीड को बहुत धीमा कर देता है यह आपके कंप्यूटर की स्पीड को बहुत धीमा कर देता है और आपके फाइल और प्रोग्राम को भी नष्ट कर देता है।
Malware क्या है ?
मालवेयर का पूरा नाम मालवेयर सॉफ्टवेयर है यह भी एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जो कंप्यूटर को हानि पहुंचाता है मलेशिया सॉफ्टवेयर का मतलब खराब सॉफ्टवेयर जो कि बिल्कुल भी ठीक नहीं है और एक बार यह आपके सिस्टम में आ गया तो आपके सिस्टम को पूरी तरह से खराब कर सकता है मालवेयर भी एक वायरस का नाम है जो आपके सिस्टम के डाटा को धीरे-धीरे खत्म करने लगता है।
मालवेयर हमारे कंप्यूटर में कहां से आते हैं मालवेयर हमारे सिस्टम में बहुत तेज जगहों से आ सकते हैं और आज के दिन में जो सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है जो कॉमन सोर्स है वह इंटरनेट है।
What is इंटरनेट
इंटरनेट पर हम हर रोज कुछ ना कुछ जानकारी हासिल करते रहते हैं अगर हम वह जानकारी हासिल करने किसी भी Mailicious site पर चले गए हैं या कहीं से Pirated सॉफ्टवेयर, Game और मूवी Downlode कर लिया तो वहां से ही मालवेयर ऑनलाइन हमारे कंप्यूटर में आ जाते है।
यह तो भी ऑनलाइन मालवेयर हमारे कंप्यूटर में कैसे आ जाते हैं इसके बारे में हम अब जानेंगे।
ऑफलाइन मालवेयर हमारे कंप्यूटर में कैसे आ जाते हैं
हम सब अपने कंप्यूटर में पेन ड्राइव सीडी डीवीडी का इस्तेमाल करते हैं हम पेनड्राइव और सीडी दूसरे जगह ले जाकर डाटा लेने के लिए जब अपने कंप्यूटर को कनेक्ट करते हैं तब मालवीय इन सभी चीजों के हमारे कंप्यूटर में आ जाते हैं और हमारे कंप्यूटर के डाटा को नष्ट कर देते हैं।
मालवेयर के प्रकार
मालवीय तीन प्रकार के होते हैं वायरस ,वार्म और ट्रोजन , हॉर्स यह तीनों अलग-अलग है इनका काम भी अलग अलग है यह तीनों अलग-अलग तरह से आपके कंप्यूटर को खराब करते हैं इन तीनों चीजों के बारे में हम जानते हैं कि यह क्या करते हैं।
1.Worms
Worms जो होते हैं वह अपने आप को मल्टीपल करता है वह ज्यादा से ज्यादा अपने आप को फैलाने की कोशिश करता है दिया कि कंप्यूटर में कोई वर्मा गया है तो वह अलग अलग फाइल की बहुत सारी कॉपी बना लेगा धीरे धीरे आपके कंप्यूटर को शुरू कर देगा और अगर आप इन फाइल को किसी दूसरे कंप्यूटर में कॉपी पेस्ट करते हैं तो वह वहां भी चला जाता है
2.Trojan
Trojan या भेष बदलकर आपके कंप्यूटर में आते हैं आपको लगता है कि यह एक सॉफ्टवेयर है लेकिन वह आपके कंप्यूटर को खराब करता है
Example — बहुत से मेमोरी क्लीनर होते हैं एंटी वायरस होते हैं बहुत से स्पीड बूस्टर होते हैं यह सभी ट्रोजन होते हैं यहां पर आपको लगेगा कि यह आपके कंप्यूटर की मेमोरी को क्लीन करेंगे लेकिन अगर इस तरह के ट्रोजन आपके कंप्यूटर में आ जाते हैं तो कुछ समय बाद आपके कंप्यूटर को शुरू कर देते हैं और साथ ही साथ और कई प्रकार के ट्रोजन वार्म और वायरस को भी अपनी तरफ अट्रेक्ट करते हैं।
कंप्यूटर Virus Names
- Web Scripting Virus
- Browser hijacker
- Boost Secter Virus
- Direct Action Virus
- File Infection Virus
- Network Fir
- Multipartote Virus
- Marco Virus
- Residents Virus
- Encrypted Virus
कंप्यूटर वायरस से बचने के उपाय
कंप्यूटर को पूरी तरह से वायरस फ्री बनाने के लिए सबसे पहले आपको अपने कंप्यूटर का वायरस स्कैन करना होगा इससे आपको पता चल जाएगा कि सिस्टम मैं किस तरह के वायरस हैं याद रखिए एक आसान वायरस स्कैन से काम नहीं चलेगा. आपको किसी बेहतर एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहा होगा यदि आप किसी फ्री एंटीवायरस को इंस्टॉल कर उसका इस्तेमाल पर उसका इस्तेमाल अपने पीसी में करते हैं तो यदि इसकी परफॉर्मेंस और सिक्योरिटी को बेहतर करने के बजाय और खराब कर सकता है.
इसीलिए आपको किसी पैड एंटीवायरस का इस्तेमाल करने की सलाह दूंगा. नीचे कुछ एंटीवायरस के नाम दिए गए हैं जिन्हें आप अपने पीसी में इस्तेमाल कर सकते हैं.
- Quick Heal
- Guardian total Security
- K7 Antivirus
- Mc Afee
- Avast
- Kaspersky internet security
- Avira
- एक प्रीमियम एंटीवायरस का इस्तेमाल करें अगर आप रोजाना अपने पीसी में इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपको इसकी खास जरूरत है.
- किसी भी अजनबी बेवसाइट से थर्ड पार्टी एप्लीकेशन डाउनलोड ना करें ऐसी वेबसाइट के इस्तेमाल से बचें जो इस तरह के ऑफर दे रही हो.
- अपने कंप्यूटर को अप टू डेट रखें सभी ऑपरेटर सिस्टम समय-समय पर अपडेट लाते रहें जिससे पिछले अपडेट की खामियां को हटाया जाता है.
- कंप्यूटर वायरस से बचने का एक बेहतरीन तरीका यह है कि अपने Malicious Program को अच्छे से समझ लें जैसे यह कैसे देखते हैं और किस तरह फैलते हैं.
- ईमेल अटैचमेंट से सावधान रहें किसी भी ईमेल में दिए गए लिंक या इन्वेस्टमेंट पर क्लिक ना करें.
- अपने कंप्यूटर से किसी पेन ड्राइव हार्ड डिक्स को जोड़ने से पहले ध्यान रखें कि आपके पास एक अच्छा एंटीवायरस उपलब्ध हो नेता इनफेक्टेड पेनड्राइव आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकती है.
- अगर आपके कंप्यूटर पर इंपोर्टेंट डाटा स्टोर है तो आपको उसका बैकअप जरूर रख लेना चाहिए कोई भी एंटीवायरस आपको 100% सुरक्षा नहीं देती है.
𝘾𝙤𝙢𝙥𝙪𝙩𝙚𝙧💻 𝙑𝙞𝙧𝙪𝙨𝙚𝙨 𝙉𝙖𝙢𝓮
माईकेलेएंजिलो, डार्क, अवेजर किलो, फिलिप, शी ब्रेन, देशी, चेंज मुन्गु।
Conclusion
इस लेख के माध्यम से अपने जाना कंप्यूटर वायरस क्या है और उससे बचने के उपाय इसके अंतर्गत हमने आपके साथ कंप्यूटर वायरस के बारे में संपूर्ण जानकारी की साझा की है उम्मीद है आपको यह पोस्ट पढ़कर अपने सवालों का जवाब मिल चुका होगा यदि फिर भी किसी तरह का सवाल है सुझाव हो तो कृपया नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं आपके सवाल का जवाब जरूर दिया जाएगा कंप्यूटर वायरस के बारे में हर इंटरनेट उपयोगकर्ता को पता होना चाहिए अगर आप चाहे तो जागरूकता के लिए इस पोस्ट को शेयर जरूर करें धन्यवाद.
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1 टिप्पणियाँ
Thank you