What is Accounting with Full Information in hindi
किसी भी व्यापारी प्रतिष्ठान में लेन-देन का कार्य किया जाता है जिनके कुछ आंकड़े होते हैं इन आंकड़ों को सुरक्षित होना आवश्यक होता है यदि इन आंकड़ों के साथ किसी भी प्रकार का छेड़-छाड़ होता है तो व्यापार में काफी नुकसान हो सकता है इन आंकड़ों को रजिस्टर या वही खातों में रखा जाता है आंकड़ों को व्यवस्थित रखना ही काउंटिंग कहलाता है Accounting में प्रतिदिन की लेनदेन का विवरण रजिस्टर में रखा जाता है जिसे आंकड़े सुरक्षित रह सकता हैं।
Financial Year( वित्तीय- वर्ष)
वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से शुरू होकर 31 मार्च को समाप्त होने वाली समय को Finacial Year कहा जाता है, 1 साल के समय को फाइनेंसियल ईयर कह सकते हैं।
जैसे— 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक।
किसी भी व्यापारी प्रतिष्ठान में नया वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से ही शुरू होता है ।
Financial Accounting ( वित्तीय गणना)
व्यापारिक प्रतिष्ठान ने पूरे साल के लेन-देन में गणना करना है ही फाइनेंशियल अकाउंटिंग कहलाता है जिससे हमे व्यापार की आर्थिक स्थिति का पता चलता है।
एकाउंटिंग से लाभ(Benefit of Accounting)
एकाउंटिंग से मुख्य रूप से तीन लोगों को लाभ होता है।
- Benifit of Government (सरकार को लाभ)
- Benifit of Businessman (ब्यापरि को लाभ)
- Benifit of Customer ( ग्राहक को लाभ)
1.Benifit of Government (सरकार को लाभ)
एकाउंटिंग की सहायता से गवर्नमेंट को लाभ होते हैं -
कर की प्राप्ति से (Tax Received)
औद्योगिक में सहायक (Industry)
एकाउंटिंग से सरकार को टैक्स की प्राप्ति होती है, जिससे देश का विकास होता है साथ ही साथ गवर्नमेंट हर साल कितना अधिक टैक्स मिल रहा है इसकी पूरी जानकारी रखता है.
Accounting से गवर्नमेंट को प्रत्येक व्यापार से संबंधित जानकारी प्राप्त होती है जिसके आधार पर देश में विकास की योजना बनाई है।
2.Benifit of Businessman (ब्यापरि को लाभ)
एकाउंटिंग से सबसे अधिक लाभ है ब्यापरि को होता है
- व्यापार की आर्थिक स्थिति का ज्ञान
- भूल चूक से बचाव
- धोखाधड़ी से बचाव
- आर्थिक मूल्यांकन में सहायक
3.Benifit of Customer ( ग्राहक को लाभ)
एकाउंटिंग से ग्राहक को भी लाभ होता है।
- ठगे जाने का भय ना होना
- दिवालियापन से निपटारा
अकाउंट में प्रयोग होने वाले शार्ट नेम
A/c Account
Dr. Debit
Cr. Credit💳
Cheq Cheque
B/b Bank bility
C/F Carried Forward
B/D Bright Down
J/F Journal Felio
C/r Cash Return
S/r Sale return
Exp Expenses
Gen. Exp General Expense
Disc Discount
Int Interest
Insu Insurance
एकाउंटिंग में प्रयोग होने वाले कुछ शब्दकोश
Account खाता
Capital पुजीं
Businesman व्यापारी
Propertiers मालिक
Income आय
Sale विकृय
Purchase क्रय
एकाउंटिंग के बेसिक जानकारी
Capital A/c :—
जब कोई पैसा व्यापार केेेेेेेेेेेे लिए लगाता है तो उसे रकम को capital a/c बोलते है। इसके अलावा equity भी बोलते है।
Transication :—
लेन-देन करने की प्रोसेस को ही ट्रांजैक्शन बोलते हैं इससे में सर्विसेस और प्रोडक्ट का एक्सचेंज किया जाता है।
Discount :—
अपने प्रोडक्ट और सेवा के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए कंपनी कस्टमर को कुछ छूट देता है जिसे डिस्काउंट कहते हैं।
डिस्काउंट दो तरह के होते है —
ट्रेड डिस्काउंट :—
ये डिस्काउंट sellor अपने customer को price पर प्रेसेंट् के रूप मे देता है।
Cash डिस्काउंट :—
ये customer को सही समय पर बिल करने पर cash के रूप मे दिया जाता हैं।
Libility :—
Libility ये वैसे समान होते है जो किसी से कर्ज के रूप मे लिया जाते है।
Assets :—
Business से जुड़ी जितनी भी चीज होती है उन्हे Assets बोला जाता है।
अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं (Types of Account )
अकाउंट दो प्रकार के होते हैं —
व्यक्तिगत खाता और व्यक्तिगत खाता
1.Personal A/c ( व्यक्तिगत खाता)
व्यक्तिगत खाता के अंतर्गत किसी व्यक्ति अथवा संस्था के नाम से अकाउंट आते हैं अर्थात ऐसे खाते जो व्यक्तिगत हो उसे पर्सनल अकाउंट कहते हैं।
जैसे — राम का खाता, मोहन का खाता रेडिमेट का खाता,
Debit and Credit
1.बैंक एकाउंट
2. कैपिटल अकाउंट
3.मोहन एकाउंट
2.Impersonal A/c ( व्यक्तिगत खाता)
इसे अकाउंट के अंतर्गत मुख्य रूप से दो अकाउंट आते हैं
1.Real A/c
2.Nominal A/c
(!) Real A/c ( वास्तविक खाता)
इसके अंतर्गत व्यापारी की संपत से संबंधित का खाते आते हैं जो वास्तव में दिखाई देते हैं इसी अकाउंट में व्यापार में जो माल या रुपया आता है उसे डेबिट कहते हैं और जो व्यापार से बाहर जाता है उसे क्रेडिट करते हैं।
जैसे — Sale A/c, Purchase a/c, Furniture a/c, Sale return a/c, Purchase return A/c, Cash a/c, Goods a/c, Billding a/c, Machine a/c etc.
(!!) Nominal A/c (नाममात्र खाता)
यह अकाउंट ना किसी व्यक्ति और ना ही किसी संपत्ति से होता है व्यापार में खर्च या हानि तथा आय और लाभ नॉमिनल A/c अकाउंट कहे जाएंगे , व्यापार में जो खर्च या हानि होती है उसे डेबिट करेंगे और जो आय या लाभ होता है उसे क्रेडिट करेंगे।
जैसे — Salary A/c, Rent A/C, Wedge A/c, Commission A/c, Electric bill a/c, Charity a/c, Discount A/c, Oentry A/c, Travelling A/c, Expenses A/c, Repairing A/c , etc.
अकाउंटिंग कैसे करें
अकाउंटेंट बनने के लिए जरूरी शिक्षा
अकाउंटेंट बनने के लिए सबसे पहले आपको 10th के बाद कॉमर्स streem चुनना होगा। आप 12th वी कक्षा साइंस स्ट्रीम से भी कर सकते हैं हालांकि अधिकतर छात्र कॉमर्स स्ट्रीम के साथ जाना पसंद करते हैं और सही भी है क्योंकि आप कुछ एकाउंटिंग का ज्ञान पहले ही ले सकते हैं जिससे कि आगे चलकर आपको काफी सहायता मिलेगी।
10th+12th के बाद कॉमर्स में 3 साल का डिग्री कोर्स करना होगा कॉमर्स में स्नातक की डिग्री के बिना कोई भी आपको ही अकाउंट के रूप में नियुक्त नहीं करने वाला है।
एकाउंटिंग मे प्रयोग होने वाले बुक के नाम
1. Memorandom Book 📕
2.Journal Books📚
3.Ledger Books📚
अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर क्या है और कैसे काम करता है
इन्हें भी पढ़ें
दोस्तो, मैंने इस पोस्ट में बहुत सारी इंफॉर्मेशन शेयर की है जैसे काउंटिंग क्या होता है अकाउंट में कितने प्रकार के होते हैं एकाउंटिंग के क्या फायदे होते हैं पर्सनल अकाउंट क्या होता है रियल अकाउंट क्या होता है और नॉमिनल अकाउंट क्या होता है। अब Accounting से जुड़ी सारी जानकारी आपके पास है और mysupporteduction को उम्मीद है की हमारी ये कोसिस आपको पसंद आयी होगी और कंप्यूटर से जुड़ी इस जानकारी को समझना भी आपके लिए आसान साबित होगा। आगे भी हम ऐसी इन्वोटिव और इंट्रेस्टिंग जानकारीया लेने के लिए हमारे mysupporteduction के ऑफिसियल वेबसाइट को visit करे ताकि हर नई और इन्वोटिव जानकारी सबसे पहले आप तक पहुँचे। इस पोस्ट को अपने दोस्तत के साथ शेयर करें और साथ ही साथ अपने फीडबैक भी कमेंट बॉक्स के द्वारा जरूर दे।
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