कोरोना वायरस (Coronavirus disease - COVID-19) के संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 69,522 हो गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे महामारी घोषित कर दिया है. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है. लक्षणों को पहचानकर ही कोरोना वायरस को काबू में किया जा सकता है.
कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव के तरीके
कोरोना वायरस का मुख्य लक्षण तेज बुखार है. बच्चों और वयस्कों में अगर 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर 88 फीसदी को बुखार, 68 फीसदी को खांसी और कफ, 38 फीसदी को थकान, 18 फीसदी को सांस लेने में तकलीफ, 14 फीसदी को शरीर और सिर में दर्द, 11 फीसदी को ठंड लगना और 4 फीसदी में डायरिया के लक्षण दिखते हैं.
रनिंग नोज यानी नाक बहना कोरोना वायरस का लक्षण नहीं माना जा रहा है.
आइए जानते हैं कि इस वायरस के लक्षण और बचाव के तरीके क्या हैं.
क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं. अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है.
क्या हैं
इस बीमारी के लक्षण?
इसके लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते हैं. संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है. कुछ मामलों में कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है. खास तौर पर अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज़ और हार्ट की बीमारी है
जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है. कुछ मामलों में कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है. खास तौर पर अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज़ और हार्ट की बीमारी है.
क्या हैं इससे बचाव के उपाय?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें. अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में
कोरोना की पहचान के लिए इन लक्षणों पर गौर करें —
तेज बुखार आनाः— अगर किसी व्यक्ति को सुखी खांसी के साथ तेज बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए. यदि आपका तापमान 99.0 और 99.5 डिग्री फारेनहाइट है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे. अगर तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है.
कफ और सूखी खांसीः— पाया गया है कि कोरोना वायरस कफ होता है मगर संक्रमित व्यक्ति को सुखी खांसी आती है.
सांस लेने में समस्याः —कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 दिनों के अंदर व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो सकती है. सांस लेने की समस्या दरअसल फेफड़ो में फैलते कफ के कारण होती है.
फ्लू-कोल़्ड जैसे लक्षणः —
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कभी-कभी बुखार, खांसी, सांस में दिक्कत के अलावा फ्लू और कोल्ड जैसे लक्षण भी हो सकते हैं.
डायरिया और उल्टीः —कोरोना से संक्रमित लोगों में डायरिया और उल्टी के भी लक्षण देखे गए है. करीब 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण पाये गए हैं.
सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमीः बहुत से मामलों में पाया गया है कि कोरोना से संक्रमित लोगों को सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी आती है.
कोरोना वायरस से मृत्युदर
9 साल तक के बच्चों में- 0 प्रतिशत
10-39 वर्ष तक के लोगों में 0.2 प्रतिशत
40-49 वर्ष तक के लोगों में 0.4 प्रतिशत
50-59 वर्ष तक के लोगों में 1.3 प्रतिशत
60-69 वर्ष तक के लोगों में 3.6 प्रतिशत
60-69 वर्ष तक के लोगों में 3.6 प्रतिशत
70-79 वर्ष तक के लोगों में 8 प्रतिशत
80 से ज्यादा वर्ष के लोगों में 14.8 प्रतिशत
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए WHO के 7 स्टेप्स
1.विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सात आसान स्टेप्स बताए हैं, जिनकी मदद से कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सकता है और खुद भी इसके इंफेक्शन से बचा जा सकता है.
2.भारत सरकार ने भी जारी की एडवाइज़री
भारत सरकार ने भी कोरोना वायरस के लक्षण मिलने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पर सूचना देने को कहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम तैयार किया गया है.
3.फोन नंबर 011-23978046 के माध्यम से कंट्रोल रूम में संपर्क किया जा सकता है. इसके अलावा ncov2019@gmail.com पर मेलकर के भी कोरोना वायरस के लक्षणों या किसी भी तरह की आशंकाओं के बारे में जानकारी ली जा सकती है.
Coronavirus
विश्व में कोरोना संक्रमण (COVID-19) पर एक नजर
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोनावायरस से संक्रमित प्रति एक हज़ार व्यक्तियों में से नौ व्यक्तियों की मौत होने की आशंका है. अभी तक इस वायरस से बुजुर्गों की मृत्यु दर सबसे ज्यादा है. कोरोना के लक्षण और उसकी रोकथाम के उपायों के बारे में जानने से पहले आइए देखते हैं दुनिया भर में कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति क्या है।
कोरोना से दुनिया भर में अब तक 69,522 लोगों की मौत हो चुकी है.
ईरान में अब तक कोरोना से 3,603 और दक्षिण कोरिया में 186 लोगों की मौत हो चुकी है
सिर्फ इटली में ही अब तक कोरोना से 15,887 लोगों की मौत हो गयी है.
चीन में अब तक कोरोना से प्रभावित लोगों की संख्या 81,708 हो गयी है.
चीन में अब तक कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या करीब 3,331 हो गयी है.
दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1,276,571 के पार चली गयी है.
यह भी पढ़ें: कोरोना की जांच आपको कब और कहां करानी चाहिए?
कोरोना से जुड़े ताजा अपडेट के लिए इन वेबसाइट्स को देखें
भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से कोरोना वायरस के अपडेट जानने के लिए यहां क्लिक करें
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की कोरोना वायरस से संबंधित एडवाइजरी के लिए यहां क्लिक करें
कोरोना वायरस के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवालों का जवाब पाने के लिए यहां जाएं
WHO की तरफ से कोरोना वायरस की ताजा स्थिति जानने के लिए यहां क्लिक करें
कोरोना वायरस से कैसे बचें
कोविड-19 के बारे में बुनियादी जानकारी
कोरोना वायरस यानी कि Coronavirus disease (COVID-19) बहुत सूक्ष्म लेकिन प्रभावी वायरस है. कोरोना वायरस मानव के बाल की तुलना में 900 गुना छोटा है. आकार में इस छोटे वायरस ने पूरी दुनिया को डरा दिया है. दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) का पहला मामला जानकारी में आया.
इस संक्रमण से प्रभावित लोगों में बुखार, सर्दी-जुखाम, खांसी तथा सांस लेने में तकलीफ पाई गई थी. डाक्टरों ने पाया ये लक्षण सार्स से काफी मिलते-जुलते हैं. नोवल कोरोना वायरस (एनसीओवी/कोविड-19) कोरोना वायरस परिवार का सातवां वायरस है. अब छह तरह के कोरोना वायरस सामने आए हैं. इसकी अनुवांशिक संरचना 80 फीसदी तक चमगादड़ों में पाए जाने वाले सार्स वायरस जैसी मिली.
कोरोना की महामारी को देखते हुए भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। इस दौरान लोगों को हो रही दिक्कतों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने 'मन की बात' में इसके लिए देशवासियों से माफी भी मांग ली है। वहीं भारत केंद्रित एक अमेरिकी उद्योग-व्यापार मंडल ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए भारत में जारी 21 दिनों का लॉकडाउन देश के लिए 'एक अवसर' हो सकता है। समूह ने कहा कि इस कदम से सरकार के नीति निर्धारण में पारदर्शिता का पता चलता है, जिससे विदेशी निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी। अमेरिका भारत रणनीतिक एवं साझेदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) के अध्यक्ष मुकेश अघी ने मोदी के फैसले को सही बताया। उन्होंने कहा कि मैं यहां (अमेरिका में) हर जगह सुन रहा हूं कि यह करना सही था और यह (प्रधानमंत्री के) नेतृत्व को दर्शाता है। उम्मीद है कि तीन सप्ताह के समय में भारत में चीजें अधिक नियंत्रण में होंगी।
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