World Health Organization(WHO)
भारत में उपस्थिति: नवम्बर 1949 से
परिचय:— विश्व स्वास्थ्य संगठन, स्वास्थ्य के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेषज्ञ एजेंसी है। यह एक अंतर-सरकारी संगठन है जो आमतौर पर सदस्य देशों के स्वास्थ्य मंत्रालयों के जरिए उनके साथ मिलकर काम करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन दुनिया में स्वास्थ्य संबंधी मामलों में नेतृत्व प्रदान करने, स्वास्थ्य अनुसंधान एजेंडा को आकार देने, नियम और मानक तय करने, प्रमाण आधारित नीतिगत विकल्प पेश करने, देशों को तकनीकी समर्थन प्रदान करने और स्वास्थ्य संबंधी रुझानों की निगरानी और आकलन करने के लिए जिम्मेदार है। भारत के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के कंट्री कार्यालय का मुख्यालय दिल्ली में है और देश भर में उसकी उपस्थिति है। इस कार्यालय के कार्य क्षेत्र का वर्णन इसकी कंट्री को-ऑपरेशन स्ट्रेटजी (सीसीएस) 2012-2017 में दर्ज है।
स्थान: नई दिल्ली, भारत
WHO |
फोकस के क्षेत्र: मातृ, नवजात, बाल एवं किशोर स्वास्थ्य, संचारी रोग नियंत्रण; असंचारी रोग एवं स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारक; सार्वभौम स्वास्थ्य सेवा प्रसार; सतत् विकास और स्वस्थ पर्यावरण; स्वास्थ्य तंत्रों का विकास, स्वास्थ्य सुरक्षा और आपातस्थितियां
नोडल मंत्रालय: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालयभारत में उपस्थिति: नवम्बर 1949 से
परिचय: विश्व स्वास्थ्य संगठन, स्वास्थ्य के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेषज्ञ एजेंसी है। यह एक अंतर-सरकारी संगठन है जो आमतौर पर सदस्य देशों के स्वास्थ्य मंत्रालयों के जरिए उनके साथ मिलकर काम करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन दुनिया में स्वास्थ्य संबंधी मामलों में नेतृत्व प्रदान करने, स्वास्थ्य अनुसंधान एजेंडा को आकार देने, नियम और मानक तय करने, प्रमाण आधारित नीतिगत विकल्प पेश करने, देशों को तकनीकी समर्थन प्रदान करने और स्वास्थ्य संबंधी रुझानों की निगरानी और आकलन करने के लिए जिम्मेदार है। भारत के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के कंट्री कार्यालय का मुख्यालय दिल्ली में है और देश भर में उसकी उपस्थिति है। इस कार्यालय के कार्य क्षेत्र का वर्णन इसकी कंट्री को-ऑपरेशन स्ट्रेटजी (सीसीएस) 2012-2017 में दर्ज है।
स्थान: नई दिल्ली, भारत
फोकस के क्षेत्र: मातृ, नवजात, बाल एवं किशोर स्वास्थ्य, संचारी रोग नियंत्रण; असंचारी रोग एवं स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारक; सार्वभौम स्वास्थ्य सेवा प्रसार; सतत् विकास और स्वस्थ पर्यावरण; स्वास्थ्य तंत्रों का विकास, स्वास्थ्य सुरक्षा और आपातस्थितियां
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